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रविवार, 6 अक्तूबर 2013

इस बार ओमा शर्मा की कहानी 'ग्‍लोबलाइज़ेशन'। (स्‍वर यूनुस ख़ान का)

"
'कॉफी-हाउस' में हम हर सप्‍ताह रविवार को एक नयी कहानी का वाचन लेकर हाजिर होते हैं। मक़सद है कहानियों को घर-परिवार में मिलकर सुना जाए। इसकी परंपरा कायम की जाए। इन कहानियों को आप बेहिचक डाउनलोड करके अपने दोस्‍तों-रिश्‍तेदारों के साथ साझा कर सकते हैं। डाउनलोड कैसे करें, इसकी लिंक पोस्‍ट के आखिर में मौजूद है।

इस बार कॉफी-हाउस में हम लेकर आए हैं ओमा शर्मा की कहानी
'ग्‍लोबलाइज़ेशन'। ओमा शर्मा बेहद महत्‍वपूर्ण कथाकार हैं और उनकी कई कहानियों ने हमारी स्‍मृतियों में गहरी छाप छोड़ी है। उन्‍हें अपने कहानी-संग्रह 'भविष्‍यदृष्‍टा' के लिए विजय वर्मा कथा सम्‍मान मिल चुका है। पिछले ही बरस उन्‍हें अपनी कहानी 'दुश्‍मन मेमना' के लिए रमाकांत स्‍मृति कथा पुरस्‍कार मिला है।

कहानी 'ग्‍लोबलाइज़ेशन' को सुनने के लिए आपको अपने व्‍यस्‍त जीवन में से तकरीबन साढ़े ग्‍यारह मिनिट का समय निकालना होगा। (ओमा जी की तस्‍वीर उन्‍हीं की फेसबुक से साभार)
Story: Globalization
Writer: Oma Sharma
Voice: Yunus khan
Duration: 11 34



एक और प्‍लेयर ताकि सनद रहे।


डाउनलोड कड़ी एक 
डाउनलोड कड़ी दो 
डाउनलोड का तरीक़ा जानने के लिए ये ट्यूटोरियल देखें।
तो अब 'कॉफी-हाउस में मुलाक़ात होगी अगले सप्‍ताह एक नयी कहानी के साथ।
हमेशा की तरह अब तक की कहानियों की सूची-

महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्‍लू'
भीष्‍म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्‍नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्‍त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्‍यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्‍वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी वापसी
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्‍ता'
लू शुन की कहानी आखिरी बातचीत'
प्रत्‍यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्‍या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्‍मरण 'सोना हिरणा' 
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'कॉफी-हाउस' में हम हर सप्‍ताह रविवार को एक नयी कहानी का वाचन लेकर हाजिर होते हैं। मक़सद है कहानियों को घर-परिवार में मिलकर सुना जाए। इसकी परंपरा कायम की जाए। इन कहानियों को आप बेहिचक डाउनलोड करके अपने दोस्‍तों-रिश्‍तेदारों के साथ साझा कर सकते हैं। डाउनलोड कैसे करें, इसकी लिंक पोस्‍ट के आखिर में मौजूद है।

इस बार कॉफी-हाउस में हम लेकर आए हैं ओमा शर्मा की कहानी
'ग्‍लोबलाइज़ेशन'। ओमा शर्मा बेहद महत्‍वपूर्ण कथाकार हैं और उनकी कई कहानियों ने हमारी स्‍मृतियों में गहरी छाप छोड़ी है। उन्‍हें अपने कहानी-संग्रह 'भविष्‍यदृष्‍टा' के लिए विजय वर्मा कथा सम्‍मान मिल चुका है। पिछले ही बरस उन्‍हें अपनी कहानी 'दुश्‍मन मेमना' के लिए रमाकांत स्‍मृति कथा पुरस्‍कार मिला है।

कहानी 'ग्‍लोबलाइज़ेशन' को सुनने के लिए आपको अपने व्‍यस्‍त जीवन में से तकरीबन साढ़े ग्‍यारह मिनिट का समय निकालना होगा। (ओमा जी की तस्‍वीर उन्‍हीं की फेसबुक से साभार)
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Writer: Oma Sharma
Voice: Yunus khan
Duration: 11 34



एक और प्‍लेयर ताकि सनद रहे।


डाउनलोड कड़ी एक 
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तो अब 'कॉफी-हाउस में मुलाक़ात होगी अगले सप्‍ताह एक नयी कहानी के साथ।
हमेशा की तरह अब तक की कहानियों की सूची-

महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्‍लू'
भीष्‍म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
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जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्‍वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी वापसी
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
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लू शुन की कहानी आखिरी बातचीत'
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अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्‍मरण 'सोना हिरणा' 

4 टिप्पणियाँ:

  1. भई; कथा लेखक और वाचक हों, तो ओमा शर्मा और यूनुस खान जी जैसे हों;

    नहीं तो ना हों !

    :-)

    जवाब देंहटाएं
  2. yunus bhai, aapne kya khoob padhi hai yeh kahaani. main to mureed hua. oma

    जवाब देंहटाएं
  3. फिर से " डाक साब "7 अक्तूबर 2013 को 2:54 pm बजे

    मुरीद तो हम भी हो गये हैं....

    .....ओमा जी के !

    कल से कितनी ही बार ख़ुद सुन चुके और दूसरों को भी सुना चुके हैं ये कहानी !

    हर बार ( सबको ) उतना ही आनन्द !

    कृपया इस बात को नोट किया जाये ।
    ( अग़र किसी भी रचना की "रिपीटीटिव वैल्यू" उसकी गुणवत्ता का सबसे सही मानक है तो )

    शायद इस कहानी का सम्मोहन ही है कि सुनने वाले अभी भी उसकी तन्द्रा से उबर नहीं पाये हैं -
    यहाँ आकर कुछ कहने को !

    जवाब देंहटाएं