'कॉफी-हाउस' कहानियों के वाचन का ब्लॉग है और हम रविवार को हाजिर होते हैं।
आज हम लेकर आए हैं दीपक शर्मा की कहानी 'चमड़े का अहाता'।
दीपक शर्मा हिंदी की जानी-मानी कहानीकार हैंं। और लखनऊ में रहती हैं।
इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से केवल नौ मिनिट निकालने होंगे।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां'
ममता सिंह की कहानी 'धुंध'
आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
काशीनाथ सिंह की कहानी 'तीन काल कथा'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य-'एक मध्यमवर्गीय कुत्ता'
'कॉफी हाउस' पर हम कहानियां ही नहीं पढ़ते, व्यंग्य और संस्मरणों का वाचन भी करते हैं। मक़सद है सुनने के लिए स्तरीय सामग्री उपलब्ध करवाना। और सुनने सुनाने की परंपरा को आगे बढ़ाना।
हरिशंकर परसाई 'कॉफी हाउस' पर एक सतत उपस्थिति रहे हैं। और आगे भी रहेंगे। 'कॉफ़ी हाउस' में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं हरिशंकर परसाई का व्यंग्य--'एक मध्यवर्गीय कुत्ता'
ये परसाई जी का एक चर्चित व्यंग्य है। और हर समय में एकदम प्रासंगिक भी। आपको बता दें कि इसे सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त समय में से केवल तकरीबन सात मिनिट निकालने होंगे।
'कॉफी-हाउस' पर परसाई जी की तीन रचनाएं और उपलब्ध हैं। 'चिरऊ महाराज', 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' और मुक्तिबोध पर उनका संस्मरण। सुनने के लिए यहां क्लिक कीजिए।
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अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
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सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
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सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
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लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां'
ममता सिंह की कहानी 'धुंध'
आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
'कॉफ़ी-हाउस' कथा-पाठ का ब्लॉग है। हम हर सप्ताह एक नई कहानी लेकर आते हैं आपके लिए। कहानी के ऑडियो को आप अपने मोबाइल, लैपटॉप या टैबलेट पर संजो सकते हैं और शेयर भी कर सकते हैं।
इस सप्ताह 'कॉफ़ी हाउस' में हम लेकर आए हैं भीष्म साहनी की मार्मिक कहानी 'चीफ़ की दावत'।
चित्र साभार- गद्यकोश विकी
आपको बता दें कि 'कॉफी-हाउस' के सफ़र के एकदम शुरूआत में हमने ये कहानी पेश की थी। और आज दोबारा इसे सुनवा रहे हैं। इसे सुनने के लिए आपको अपनी व्यस्त जिंदगी से करीब 19 मिनिट निकालने होंगे।
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लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
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हृदयेश की कहानी 'तोते'
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तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह' जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत' मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की' मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'। संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस' शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी' नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
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गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला' पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां' ममता सिंह की कहानी 'धुंध' आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
'कॉफी-हाउस' में हर रविवार हाजिर होते हैं। किसी एक कहानी का वाचन लेकर।
काशीनाथ सिंह का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है।
साहित्य अकादमी से सम्मानित काशीनाथ सिंह को 'काशी का अस्सी' और 'रेहन पर रग्घू' के लिए पहचाना जाता है।
'कॉफी-हाउस' पर उनकी कहानी पढ़ना हमारे लिए सम्मान की बात है। हम लेकर आए हैं उनकी कहानी 'तीन काल कथा'। अकाल से जुड़ी तीन मार्मिक लघु-कथाओं का ताना-बाना। इन्हें सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त समय में से केवल ग्यारह मिनिट निकालने होंगे।
हमेशा की तरह ये बताना भी ज़रूरी है कि आप कहानी को डाउनलोड करके मोबाइल या सोशल नेटवर्किंग पर शेयर कर सकते हैं। आगे बढ़ा सकते हैं। आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतज़ार।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
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एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
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ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
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हृदयेश की कहानी 'तोते'
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स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की' मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
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रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला' पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां' ममता सिंह की कहानी 'धुंध' आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
'कॉफ़ी-हाउस' पर हम आपके लिए लाते हैं हर सप्ताह एक कहानी का पाठ।
इस सिलसिले में आज शामिल हो रहे हैं आलोक श्रीवास्तव।
युवा शायर आलोक श्रीवास्तव लंबे समय तक 'आज तक' से जुड़े रहे। अब वो दूरदर्शन (डीडी-1) के चैनल-सलाहकार हैं। आलोक की पहचान शायर के रूप में बहुत ही पक्की है। उनके कुछ शेर तो हमारे दिल की धड़कन हैं जैसे--
वही आंगन वही खिड़की वही दर याद आता है
मैं जब भी तन्हा होता हूं, मुझे घर याद आता है।
या फिर
ज़रा पाने की चाहत में, बहुत कुछ छूट जाता है नदी का साथ देता हूं, समंदर रूठ जाता है।
आलोक का खूबसूरत ग़ज़ल संग्रह है 'आमीन' और उनकी कहानियों की किताब है 'आफ़रीन'। आज हम 'आफ़रीन' संग्रह की शीर्षक कहानी लेकर आए हैं। आपको बता दें कि इस कहानी को सुनने के लिए आपको तकरीबन नौ मिनिट ख़र्च करने होंगे। हमेशा की तरह कहानी को डाउनलोड और साझा किया जा सकता है।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
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शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
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स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां'
ममता सिंह की कहानी 'धुंध'
'कॉफी हाउस' कथा-पाठ का ब्लॉग है।
हम हर रविवार उपस्थित होते हैं और आपके लिए लेकर आते हैं किसी एक कहानी का वाचन।
आज 'कॉफी-हाउस' थोड़ा ख़ास है। ख़ास इसलिए क्योंकि आज 'कॉफ़ी-हाउस' की हमारी सहयोगी और जीवन-संगिनी रेडियो-सखी ममता सिंह का जन्मदिन है।
हमने सोचा कि जन्मदिन पर रेडियोसखी को 'सरप्राइज़' दिया जाए। इसलिए आज 'कॉफ़ी-हाउस' पर रेडियोसखी ममता सिंह की कहानी उनकी ही ज़बानी। ये कहानी 'पाखी' में प्रकाशित है। आपको बता दें कि इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से तकरीबन बीस मिनिट निकालने होंगे। कहानी को डाउनलोड करके शेयर किया जा सकता है।
Story- DHUNDH
Writer and Voice: Mamta Singh
Duration: 19 41
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह' जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत' मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की' मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'। संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस' शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी' नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला' पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
'कॉफी-हाउस' में हम हर रविवार आते हैं एक कहानी का वाचन लेकर।
और आज हम आपके लिए लेकर आए हैं किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां'। ये कहानी किशोर के
हिंद-युग्म से प्रकाशित इसी नाम वाले पहले कहानी संग्रह में प्रकाशित है। उनका दूसरा संग्रह है 'धूप के आइने में'। युवा कथाकार किशोर चौधरी आकाशवाणी बाड़मेर में उद्घोषक हैं और बतौर कहानीकारी ख़ासे लोकप्रिय हैं। इस तरह आज एक उद्घोषक की कहानी दूसरे उद्घोषक की आवाज़ में।
किशोर का ब्लॉग है 'हथकढ़' आपको बता दें कि इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से केवल 19 मिनिट निकालने होंगे। आपकी राय का इंतज़ार।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
हमारा प्रयास है कि हम पढ़ने से इतर सुनने के लिए कहानियां उपलब्ध करवाएं। और इस तरह उपलब्ध करवाएं कि उन्हें साझा किया जा सके। बांटा जा सके।
आज जानी-मानी रचनाकार ममता कालिया का जन्मदिन है। 'कॉफ़ी-हाउस' पर उनके जन्मदिन पर हम प्रस्तुत कर रहे हैं उनकी कहानी 'लैला मंजनू'। आपको बता दें कि ये एक री-पोस्ट है। ये कहानी हम पहले भी प्रस्तुत कर चुके हैंं। आपको ये भी बता दें कि इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से साढ़े बारह मिनिट निकालने होंगे।
ममता कालिया का रचना-संसार इतना वृहद् है कि उसमें से किसी एक
कहानी को चुनना बेहद मुश्किल है। ज़ाहिर है कि 'कॉफी-हाउस' पर भविष्य में उनकी और भी कहानियां आपको सुनने मिलेंगी। ख़ासतौर पर 'दौड़' और 'कितने शहरों में कितनी बार' (दोनों ही धारावाहिक रूप में)। बहरहाल 'हज़ारों ख़्वाहिशों ऐसी कि हर ख़्वाहिश पर दम निकले'।
तस्वीर साभार-- गद्यकोश। एक बार फिर ममता जी को जन्मदिन की बधाईयां।
तो अब मुलाक़ात होगी अगले रविवार। एक नयी कहानी के साथ। आपने 'कॉफी-हाउस' के बारे में अपने मित्रों और आत्मीयों को बताया क्या। और क्या आपने कहानियां डाउनलोड और साझा कीं। इंतज़ार किस बात का है भई। अभी कीजिए।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
रेडियोसखी ममता सिंह. विविध-भारती सेवा में उद्घोषिका एवं पत्रकार। विभिन्न पत्रिकाओं में कहानियां प्रकाशित। कहानी संग्रह 'राग मारवा' हाल ही में राजपाल प्रकाशन से आया है।
यूनुस ख़ान. उद्घोषक। संगीत पर केंद्रित ब्लॉग रेडियोवाणी और रेडियो पर केंद्रित ब्लॉग रेडियोनामा।
जादू. जादू का पिटारा। मां-पापा की आंखों का तारा। उम्र खेलने-कूदने की। शग़ल कहानी कहने का।