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रविवार, 30 जून 2013

एंतोन चेखव की कहानी 'एक छोटा-सा मज़ाक़' (वाचक: यूनुस ख़ान)

जैसा कि आप जानते हैं कि 'कॉफी-हाउस' में हर सप्‍ताह हम एक कथा का पाठ करते हैं।

कथा-पाठ के इस ब्‍लॉग के ज़रिये हम देश-विदेश की चुनिंदा कहानियों को पढ़ना चाहते हैं। अभी तक आप महादेवी वर्मा, मन्‍नू भंडारी और भीष्‍म साहनी की कहानियों का पाठ कर चुके हैं।

इस बार एंतोन चेखव की कहानी 'एक छोटा-सा मज़ाक' प्रस्‍तुत की जा रही है।
इसका अनुवाद अनिल जनविजय ने किया है।
इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्‍यस्‍त-जीवन में से तेरह मिनिट और अठारह सेकेन्‍ड निकालने होंगे।
आपको बता दें कि इस कहानी की डाउनलोड लिंक नीचे दी गयी है। उस पर क्लिक करते ही आप 'डिवशेयर' पर पहुंचेंगे--जहां तकरीबन पंद्रह सेकेन्‍ड के इंतज़ार के बाद कहानी की एम-पी3 फाइल आपके कंप्‍यूटर पर डाउनलोड हो सकेगी। इसे आप अपने मोबाइल, टैबलेट, लैप-टॉप या आई-पॉड जैसे उपकरणों पर संजो सकते हैं। और अपने मित्रों और आत्‍मीयों के साथ साझा कर सकते हैं।


पिछली प्रस्‍तुतियां 'गिल्‍लू', 'चीफ़ की दावत' और 'सयानी बुआ' भी
डाउनलोड के लिए उपलब्‍ध है। 'कॉफी-हाउस' के ज़रिये हम हर रविवार एक नयी कहानी का पाठ करेंगे। 'कॉफी-हाउस' पर हर दौर की कहानियों की प्रस्‍तुति होगी। चित्र साभार- इस साइट से

Story: Ek Chota Sa Mazaak Writer:Anton chekhov
Translation of Chechov's Origional story 'A joke'
Translation by: Anil Janvijay
Voice:Yunus khan
Duration : 13 18



ये रही डाउनलोड कड़ी


ऊपर की लिंक पर क्लिक करेंगे तो आप डिव-शेयर की साइट पर पहुंचेंगे। जहां हरे रंग वाले डाउनलोड बॉक्‍स को क्लिक करने के तकरीबन पंद्रह सेकेन्‍ड के इंतज़ार के बाद डाउनलोड शुरू हो जायेगा

रविवार, 23 जून 2013

मन्‍नू भंडारी की कहानी 'सयानी बुआ' स्‍वर- रेडियोसखी ममता सिंह


'कॉफी-हाउस' की तीसरी पोस्‍ट के साथ हम हाजिर हैं।

इस बार मन्‍नू भंडारी की कहानी 'सयानी बुआ' पेश की जा रही है।
मन्‍नू जी के मुताबिक़ ये उनके बहुत शुरूआती दौर की कहानी है। हमें खुशी है कि मन्‍नू जी ने 'कॉफी-हाउस' के लिए अपनी एक ताज़ा कहानी भी हमें दी है। जिसे हम जल्‍दी ही लेकर आयेंगे।
मन्‍नू जी हमेशा से ही हमारी और आपकी प्रिय रचनाकार रही हैं। हमें विश्‍वास है कि उनकी कहानी को पढ़ने की बजाय सुनने का ये अनुभव आपके लिए दिलचस्‍प होगा।
इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपनी दिनचर्या से ग्‍यारह मिनिट सत्‍ताईस सेकेन्‍ड निकालने होंगे। चित्र साभार- विकीमीडिया
आपको बता दें कि इस कहानी की डाउनलोड लिंक नीचे दी गयी है। उस पर क्लिक करते ही आप 'डिवशेयर' पर पहुंचेंगे--जहां तकरीबन पंद्रह सेकेन्‍ड के इंतज़ार के बाद कहानी की एम-पी3 फाइल आपके कंप्‍यूटर पर डाउनलोड हो सकेगी। इसे आप अपने मोबाइल, टैबलेट, लैप-टॉप या आई-पॉड जैसे उपकरणों पर संजो सकते हैं। और अपने मित्रों और आत्‍मीयों के साथ साझा कर सकते हैं।
पिछली प्रस्‍तुतियां 'गिल्‍लू' और 'चीफ़ की दावत' भी डाउनलोड के लिए उपलब्‍ध है। 'कॉफी-हाउस' के ज़रिये हम हर रविवार एक नयी कहानी का पाठ करेंगे। 'कॉफी-हाउस' पर हर दौर की कहानियों की प्रस्‍तुति होगी।


Story: Sayaani Bua
Writer: Mannu Bhandari
Voice- Mamta Singh Duration: 11 27


ये रही डाउनलोड कड़ी

ऊपर की लिंक पर क्लिक करेंगे तो आप डिव-शेयर की साइट पर पहुंचेंगे। जहां हरे रंग वाले डाउनलोड बॉक्‍स को क्लिक करने के
तकरीबन पंद्रह सेकेन्‍ड के इंतज़ार के बाद डाउनलोड शुरू हो जायेगा


अन्‍य कहानियों की डाउनलोड कडियां।
'गिल्‍लू' यहां से डाउनलोड कीजिए
'चीफ़ की दावत' यहां से डाउनलो कीजिए।

रविवार, 16 जून 2013

भीष्‍म साहनी की कहानी 'चीफ़ की दावत' . स्‍वर यूनुस ख़ान

'कॉफी हाउस' की ये दूसरी ही पोस्‍ट है।

पिछले एक सप्‍ताह में जिस तरह सभी ने हमारा उत्‍साह बढ़ाया है, किन शब्‍दों में उसका आभार व्‍यक्‍त किया जाए। इस सप्‍ताह 'कॉफ़ी हाउस' में गूंज रही है भीष्‍म साहनी की मार्मिक कहानी 'चीफ़ की दावत'।
चित्र साभार- गद्यकोश विकी 

इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपनी जिंदगी से 19 मिनिट चौदह सेकेन्‍ड निकालने होंगे। आपको बता दें कि इस कहानी की डाउनलोड लिंक नीचे दी गयी है। उस पर क्लिक करते ही आप 'डिवशेयर' पर पहुंचेंगे--जहां तकरीबन पंद्रह सेकेन्‍ड के इंतज़ार के बाद कहानी की एम-पी3 फाइल आपके कंप्‍यूटर पर डाउनलोड हो सकेगी। इसे आप अपने मोबाइल, टैबलेट, लैप-टॉप या आई-पॉड जैसे उपकरणों पर संजो सकते हैं। और अपने मित्रों और आत्‍मीयों के साथ साझा कर सकते हैं।

पिछली प्रस्‍तुति 'गिल्‍लू' भी डाउनलोड के लिए उपलब्‍ध है।
'कॉफी-हाउस' के ज़रिये हम हर रविवार एक नयी कहानी का पाठ करेंगे।
'कॉफी-हाउस' पर हर दौर की कहानियों की प्रस्‍तुति होगी।


story: chief ki daawat
writer: bhisham sahni
voice: yunus khan
duration: 19 14




ये रही डाउनलोड कड़ी 
ऊपर की लिंक पर क्लिक करेंगे तो आप डिव-शेयर की साइट पर पहुंचेंगे। जहां हरे रंग वाले डाउनलोड बॉक्‍स को क्लिक करने के तकरीबन पंद्रह सेकेन्‍ड के इंतज़ार के बाद डाउनलोड शुरू हो जायेगा।




रविवार, 9 जून 2013

गिल्‍लू- महादेवी वर्मा ... स्‍वर रेडियोसखी ममता सिंह


नमस्‍कार। कथा-पाठ के ब्‍लॉग 'कॉफी-हाउस' में आपका स्‍वागत है।
हर हफ्ते हम एक कहानी के साथ उपस्थित होंगे।
इन कहानियों को आप डाउनलोड करके वि‍तरित भी कर सकते हैं।
'कॉफी-हाउस' की शुरूआत महादेवी वर्मा के कालजयी संस्‍मरण 'गिल्‍लू' से की जा रही है।

ये प्रसिद्ध पुस्‍तक 'मेरा परिवार' में संग्रहीत है।

गिल्‍लू पढ़ते या सुनते हुए हम सब अपने आप को गिल्‍लू के इर्दगिर्द पाते हैं। ये रचना हमें भावुक कर जाती है।
इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपनी जिंदगी से नौ मिनिट दस सेकेन्‍ड निकालने होंगे। अगर आप इसे अपने किसी साथी के साथ बांटना चाहते हैं, तो डाउनलोड कड़ी संलग्‍न है।


स्‍वर रेडियोसखी ममता सिंह का। 


और ये रही डाउनलोड लिंक। क्लिक करें और डाउनलोड करें।
डाउनलोड कड़ी 

शनिवार, 8 जून 2013

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