Sosial media

रविवार, 10 अगस्त 2014

जयश्री रॉय की कहानी 'छुट्टी का दिन' (आवाज़ यूनुस ख़ान की)

"
'कॉफी हाउस' पर हम हर रविवार एक कहानी लेकर हाजिर होते हैं।

अपने सफ़र में हमने तरह-तरह की कहानियां पढ़ी हैं। इस दौरान एक प्रयोग है लंबी कहानियां पढ़ने का। इस क्रम में आपने अब तक दो लंबी कहानियां सुनी हैं। गीताश्री की कहानी 'लबरी' और प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्‍लीज़ किल मी'। आज इस क्रम की तीसरी कहानी प्रस्‍तुत है। ये है जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'।संयोग की बात ये है कि इसी नाम की एक अन्‍य कहानी हम 'कॉफी-हाउस' पर पहले भी पढ़ चुके हैं। वो शशिभूषण द्विवेदी की कहानी थी। इन नामों को हमने लिंकित कर दिया है। अत: नामों को क्लिक करके आप उन तक पहुंच सकते हैं।


चर्चित कथाकार जयश्री राय गोवा में रहती हैं। उनके उपन्‍यास हैं 'औरत जो नदी है', 'साथ चलते हुए' और हाल ही में प्रकाशित 'इकबाल'। उनके कहानी संग्रह हैं- 'अनकही', 'तुम्‍हें छू लूं ज़रा' और 'खारा पानी'। वे कविताएं भी लिखती रही हैं।

तो सुनिए उनकी कहानी 'छुट्टी का दिन'। कहानी की दो ऑडियो फाइल दी गयी हैं।
ताकि सुनने की सुविधा रहे।

Story: Chhutti Ka Din
Writer: Joyshree Roy
Duration: 29 31 (Two Parts of almost 15 Min)

पहला भाग


दूसरा भाग



एक और प्‍लेयर ताकि सनद रहे
पहला भाग


दूसरा भाग



डाउनलोड कडियां

download link part one
download link part two


Alternate link 
download link part one
download link part two

उम्‍मीद है हमारा ये प्रयास आपको पसंद आयेगा। आपके सुझावों का स्‍वागत।

ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्‍मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्‍या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें

अब तक की कहानियों की सूची- 
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्‍लू'
भीष्‍म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्‍नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्‍त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्‍यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्‍वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी वापसी
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्‍ता'
लू शुन की कहानी आखिरी बातचीत'
प्रत्‍यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्‍या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्‍मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ग्‍लोबलाइज़ेशन
ममता कालिया की कहानी 
लैला मजनूं
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्‍ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्‍नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्‍वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्‍मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्‍यंग्‍य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र'
चंदन पांडे की कहानी 'मोहर'
कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्‍यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
उपेंद्रनाथ अश्‍क की कहानी 'डाची'।
ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़'
कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर' 
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन' 
मनीषा कुलश्रेष्‍ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्‍य और खिड़की'
गुलज़ार की कहानी 'तकसीम'
गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन' 
गीताश्री की कहानी ''लबरी' 
हृदयेश की कहानी 'तोते' 
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्‍बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्‍वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्‍नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति'
हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' 
हुस्‍न तबस्‍सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां'
दुष्‍यंत की कहानी 'यार तुम भी बस' 
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्‍ते बुआ' 
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं' 
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्‍लीज़ किल मी मम्‍मी' 
"
'कॉफी हाउस' पर हम हर रविवार एक कहानी लेकर हाजिर होते हैं।

अपने सफ़र में हमने तरह-तरह की कहानियां पढ़ी हैं। इस दौरान एक प्रयोग है लंबी कहानियां पढ़ने का। इस क्रम में आपने अब तक दो लंबी कहानियां सुनी हैं। गीताश्री की कहानी 'लबरी' और प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्‍लीज़ किल मी'। आज इस क्रम की तीसरी कहानी प्रस्‍तुत है। ये है जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'।संयोग की बात ये है कि इसी नाम की एक अन्‍य कहानी हम 'कॉफी-हाउस' पर पहले भी पढ़ चुके हैं। वो शशिभूषण द्विवेदी की कहानी थी। इन नामों को हमने लिंकित कर दिया है। अत: नामों को क्लिक करके आप उन तक पहुंच सकते हैं।


चर्चित कथाकार जयश्री राय गोवा में रहती हैं। उनके उपन्‍यास हैं 'औरत जो नदी है', 'साथ चलते हुए' और हाल ही में प्रकाशित 'इकबाल'। उनके कहानी संग्रह हैं- 'अनकही', 'तुम्‍हें छू लूं ज़रा' और 'खारा पानी'। वे कविताएं भी लिखती रही हैं।

तो सुनिए उनकी कहानी 'छुट्टी का दिन'। कहानी की दो ऑडियो फाइल दी गयी हैं।
ताकि सुनने की सुविधा रहे।

Story: Chhutti Ka Din
Writer: Joyshree Roy
Duration: 29 31 (Two Parts of almost 15 Min)

पहला भाग


दूसरा भाग



एक और प्‍लेयर ताकि सनद रहे
पहला भाग


दूसरा भाग



डाउनलोड कडियां

download link part one
download link part two


Alternate link 
download link part one
download link part two

उम्‍मीद है हमारा ये प्रयास आपको पसंद आयेगा। आपके सुझावों का स्‍वागत।

ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्‍मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्‍या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें

अब तक की कहानियों की सूची- 
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्‍लू'
भीष्‍म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्‍नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्‍त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्‍यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्‍वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी वापसी
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्‍ता'
लू शुन की कहानी आखिरी बातचीत'
प्रत्‍यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्‍या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्‍मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ग्‍लोबलाइज़ेशन
ममता कालिया की कहानी 
लैला मजनूं
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्‍ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्‍नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्‍वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्‍मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्‍यंग्‍य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र'
चंदन पांडे की कहानी 'मोहर'
कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्‍यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
उपेंद्रनाथ अश्‍क की कहानी 'डाची'।
ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़'
कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर' 
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन' 
मनीषा कुलश्रेष्‍ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्‍य और खिड़की'
गुलज़ार की कहानी 'तकसीम'
गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन' 
गीताश्री की कहानी ''लबरी' 
हृदयेश की कहानी 'तोते' 
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्‍बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्‍वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्‍नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति'
हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' 
हुस्‍न तबस्‍सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां'
दुष्‍यंत की कहानी 'यार तुम भी बस' 
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्‍ते बुआ' 
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं' 
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्‍लीज़ किल मी मम्‍मी' 

2 टिप्पणियाँ: