रवींद्र कालिया की कहानी 'गोरैया' (आवाज़ ममता सिंह की)
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'कॉफी हाउस' में इस बार हम पेश कर रहे हैं रवींद्र कालिया की कहानी
'गोरैया'। हिंदी कहानी के महत्वपूर्ण स्तंभ रवींद्र कालिया किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। कहानीकार और संपादक रवींद्र कालिया बेहद लोकप्रिय रहे हैं। उनके संस्मरण 'ग़ालिब छुटी शराब' का नशा तो पाठकों पर अब तक कायम है।इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपनी व्यस्त जिंदगी में से तकरीबन सोलह मिनिट निकालने होंगे।
'Coffee House' is a Blog for Story Reading and Today we are presenting a sensitive story by Mr. Ravindra Kaaliya, Eminent Hindi Story Writer. Running time is 16 Min. You can also download the sotry and share it with family and friends. For Tutorial Follow this link. Your comments and suggestions are always welcome.
Story: Goraiya
Writer: Ravindra Kaalia
Voice: Mamta Singh
Duration: 16 02
एक और प्लेयर ताकि सनद रहे।
और ये रहीं डाउनलोड कडियां
Download link 1
Download link 2
पिछले सप्ताह भाई प्रेमचंद गांधी ने बताया कि सरहद पार के कुछ पाठकों और श्रोताओं का ख्याल रखते हुए 'कॉफी-हाउस' पर हर पोस्ट का अंग्रेज़ी ब्यौरा भी दिया जाए। इसलिए इसी हफ्ते से ये परंपरा शुरू की जा रही है। मित्रों ने ख़बर की है कि 'कॉफी-हाउस' की फाइल्स डाउनलोड करके शेयर की जा रही हैं। यही तो हमारा मक़सद भी है। पर एक ही अनुरोध है--शेयरिंग में कृपया ब्लॉग का लिंक अवश्य दें। या फिर ब्यौरा...ताकि लोग इस ब्लॉग की बाक़ी कहानियों तक भी पहुंच सकें।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
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'कॉफी हाउस' में इस बार हम पेश कर रहे हैं रवींद्र कालिया की कहानी
'गोरैया'। हिंदी कहानी के महत्वपूर्ण स्तंभ रवींद्र कालिया किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। कहानीकार और संपादक रवींद्र कालिया बेहद लोकप्रिय रहे हैं। उनके संस्मरण 'ग़ालिब छुटी शराब' का नशा तो पाठकों पर अब तक कायम है।इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपनी व्यस्त जिंदगी में से तकरीबन सोलह मिनिट निकालने होंगे।
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पिछले सप्ताह भाई प्रेमचंद गांधी ने बताया कि सरहद पार के कुछ पाठकों और श्रोताओं का ख्याल रखते हुए 'कॉफी-हाउस' पर हर पोस्ट का अंग्रेज़ी ब्यौरा भी दिया जाए। इसलिए इसी हफ्ते से ये परंपरा शुरू की जा रही है। मित्रों ने ख़बर की है कि 'कॉफी-हाउस' की फाइल्स डाउनलोड करके शेयर की जा रही हैं। यही तो हमारा मक़सद भी है। पर एक ही अनुरोध है--शेयरिंग में कृपया ब्लॉग का लिंक अवश्य दें। या फिर ब्यौरा...ताकि लोग इस ब्लॉग की बाक़ी कहानियों तक भी पहुंच सकें।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
तो अब अगले रविवार मिलेंगे, किसी और रोचक कहानी के पाठ के साथ। आप डाउनलोड करके कहानियों को साझा कर रहे हैं ना। एक छोटा-सा काम और कीजिएगा। 'कॉफी-हाउस' के बारे में अपने साथियों को अवश्य बताईयेगा।
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
तो अब अगले रविवार मिलेंगे, किसी और रोचक कहानी के पाठ के साथ। आप डाउनलोड करके कहानियों को साझा कर रहे हैं ना। एक छोटा-सा काम और कीजिएगा। 'कॉफी-हाउस' के बारे में अपने साथियों को अवश्य बताईयेगा।
'कॉफी हाउस' में इस बार हम पेश कर रहे हैं रवींद्र कालिया की कहानी
'गोरैया'। हिंदी कहानी के महत्वपूर्ण स्तंभ रवींद्र कालिया किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। कहानीकार और संपादक रवींद्र कालिया बेहद लोकप्रिय रहे हैं। उनके संस्मरण 'ग़ालिब छुटी शराब' का नशा तो पाठकों पर अब तक कायम है।इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपनी व्यस्त जिंदगी में से तकरीबन सोलह मिनिट निकालने होंगे।
'Coffee House' is a Blog for Story Reading and Today we are presenting a sensitive story by Mr. Ravindra Kaaliya, Eminent Hindi Story Writer. Running time is 16 Min. You can also download the sotry and share it with family and friends. For Tutorial Follow this link. Your comments and suggestions are always welcome.
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जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
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जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
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तो अब अगले रविवार मिलेंगे, किसी और रोचक कहानी के पाठ के साथ। आप डाउनलोड करके कहानियों को साझा कर रहे हैं ना। एक छोटा-सा काम और कीजिएगा। 'कॉफी-हाउस' के बारे में अपने साथियों को अवश्य बताईयेगा।
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ये मानसिक उपाधियाँ हमने ही ओढ़ रखी हैं।
जवाब देंहटाएंवर्णमाला में उपयुक्त वर्ण तो हमें भी नहीं मिल रहे.....
जवाब देंहटाएं...प्रशंसा के !
ऐसी कहानी सिर्फ़ और सिर्फ़ रवीन्द्र कालिया ही लिख सकते हैं...
...और उसका ऐसा वाचिक सम्प्रेषण सिर्फ़ और सिर्फ़ रेडियोसखी जी ही कर सकती हैं !!