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रविवार, 15 दिसंबर 2013

स्‍वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफ़र' (स्‍वर ममता सिंह)

"
'कथा-पाठ' के ब्‍लॉग 'कॉफी हाउस' में हर रविवार एक नयी कहानी लेकर हाजि़र होने की परंपरा रही है। हमारा मक़सद है कहानियों का एक ऑडियो ख़ज़ाना बनाना और सुनने की परंपरा का विस्‍तार करना।

अब 'कॉफी हाउस' एक पारिवारिक-ब्‍लॉग का रूप ले चुका है। यानी हमारे परिवार के तीनों सदस्‍य यहां कहानियों का वाचन करते हैं। यूनुस ख़ान, ममता सिंह और जादू...तीनों। सोचा तो यही था कि इस बार का कथा-पाठ लेकर आयेंगे परिवार के सबसे नन्‍हे सदस्‍य और कथा-वाचक 'जादू' जी। लेकिन क्‍या करें। जादू जी अपने स्‍कूल के Annual Day में इतना व्‍यस्‍त रहे कि अपनी कहानी लेकर हाजिर नहीं हो सके। पर अगले सप्‍ताह वो आप सबको कहानी ज़रूर सुनायेंगे।

बहरहाल..'कॉफी हाउस' पर आज वो कथाकार जिनकी कहानी हम लंबे
समय से यहां पढ़ना चाह रहे थे। स्‍वयं प्रकाश जी। स्‍वयं प्रकाश की कहानियों के हम सभी प्रशंसक हैं। सच तो ये है कि उनकी कहानियां हमारे बहुत आसपास की लगती हैं। हमारी अपनी आपबीती लगती हैं। आज की कहानी के साथ ही 'कॉफी हाउस' पर स्‍वयं प्रकाश जी की रचनाओं का पाठ शुरू होता है। हम आगे चलकर उनकी और भी कहानियों का वाचन करेंगे। (तस्‍वीर इस ब्‍लॉग से साभार)। तो आईये सुनें स्‍वयं प्रकाश जी की कहानी 'नीलकांत का सफ़र'। इसे सुनने के लिए आपको अपने व्‍यस्‍त जीवन में से तकरीबन अठारह मिनिट निकालने होंगे।

ये भी कह दें कि इसे आप डाउनलोड करके आपस में साझा भी कर सकते हैं।

Story: Neel Kaant Ka Safar
Writer: Swayam Prakash
Voice: Mamta Singh
Duration: 18 23



एक और प्‍लेयर ताकि सनद रहे।


और ये हैं डाउनलोड कडियां
डाउनलोड कड़ी एक 
और
डाउनलोड कड़ी दो 
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्‍मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्‍या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें

अब तक की कहानियों की सूची- 

महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्‍लू'
भीष्‍म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्‍नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्‍त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्‍यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्‍वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी वापसी
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्‍ता'
लू शुन की कहानी आखिरी बातचीत'
प्रत्‍यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्‍या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्‍मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ग्‍लोबलाइज़ेशन
ममता कालिया की कहानी 
लैला मजनूं
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्‍ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्‍नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'

तो अब अगले रविवार मिलेंगे, किसी और रोचक कहानी के पाठ के साथ। आप डाउनलोड करके कहानियों को साझा कर रहे हैं ना। एक छोटा-सा काम और कीजिएगा। 'कॉफी-हाउस' के बारे में अपने साथियों को अवश्‍य बताईयेगा। 

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'कथा-पाठ' के ब्‍लॉग 'कॉफी हाउस' में हर रविवार एक नयी कहानी लेकर हाजि़र होने की परंपरा रही है। हमारा मक़सद है कहानियों का एक ऑडियो ख़ज़ाना बनाना और सुनने की परंपरा का विस्‍तार करना।

अब 'कॉफी हाउस' एक पारिवारिक-ब्‍लॉग का रूप ले चुका है। यानी हमारे परिवार के तीनों सदस्‍य यहां कहानियों का वाचन करते हैं। यूनुस ख़ान, ममता सिंह और जादू...तीनों। सोचा तो यही था कि इस बार का कथा-पाठ लेकर आयेंगे परिवार के सबसे नन्‍हे सदस्‍य और कथा-वाचक 'जादू' जी। लेकिन क्‍या करें। जादू जी अपने स्‍कूल के Annual Day में इतना व्‍यस्‍त रहे कि अपनी कहानी लेकर हाजिर नहीं हो सके। पर अगले सप्‍ताह वो आप सबको कहानी ज़रूर सुनायेंगे।

बहरहाल..'कॉफी हाउस' पर आज वो कथाकार जिनकी कहानी हम लंबे
समय से यहां पढ़ना चाह रहे थे। स्‍वयं प्रकाश जी। स्‍वयं प्रकाश की कहानियों के हम सभी प्रशंसक हैं। सच तो ये है कि उनकी कहानियां हमारे बहुत आसपास की लगती हैं। हमारी अपनी आपबीती लगती हैं। आज की कहानी के साथ ही 'कॉफी हाउस' पर स्‍वयं प्रकाश जी की रचनाओं का पाठ शुरू होता है। हम आगे चलकर उनकी और भी कहानियों का वाचन करेंगे। (तस्‍वीर इस ब्‍लॉग से साभार)। तो आईये सुनें स्‍वयं प्रकाश जी की कहानी 'नीलकांत का सफ़र'। इसे सुनने के लिए आपको अपने व्‍यस्‍त जीवन में से तकरीबन अठारह मिनिट निकालने होंगे।

ये भी कह दें कि इसे आप डाउनलोड करके आपस में साझा भी कर सकते हैं।

Story: Neel Kaant Ka Safar
Writer: Swayam Prakash
Voice: Mamta Singh
Duration: 18 23



एक और प्‍लेयर ताकि सनद रहे।


और ये हैं डाउनलोड कडियां
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और
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ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्‍मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्‍या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें

अब तक की कहानियों की सूची- 

महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्‍लू'
भीष्‍म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्‍नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्‍त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्‍यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्‍वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी वापसी
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्‍ता'
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लैला मजनूं
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्‍ना डे'
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जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
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सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'

तो अब अगले रविवार मिलेंगे, किसी और रोचक कहानी के पाठ के साथ। आप डाउनलोड करके कहानियों को साझा कर रहे हैं ना। एक छोटा-सा काम और कीजिएगा। 'कॉफी-हाउस' के बारे में अपने साथियों को अवश्‍य बताईयेगा। 

7 टिप्पणियाँ:

  1. वाह !बहुत ही रोचक कहानी के लिए लेखक एवं आपको धन्यवाद

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  2. जीवन्त चित्रण की जीवन्त प्रस्तुति ,आप दोनों को धन्यवाद |

    जवाब देंहटाएं
  3. The best way to communicate with people is often through a story.And Mamata you do it beautifully.
    Thanks for narrating a nice story.

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  4. Hello Mamataji,
    Maine aap ke awaz mein Nirmala suni thi. Bachpan se aakashwani sangli pe kuchh marathi upnyas sunata aa raha hoon lekin aap ki awaz mein Nirmala bahot hi bha gaya. Ye yaha pein uplabdh ho sake to mujhe bahot khushi hogi. Dhanyawad!

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