पद्मा सचदेव की कहानी --'कल कहां जाओगी' (आवाज़ ममता सिंह की)

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'कॉफी-हाउस' हिंदी कहानियों ब्लॉग है। हम कहानियां प्रकाशित नहीं करते बल्कि प्रसारित करते हैं। कहानियों का वाचन करते हैं। यानी ये कहानियों के वाचन का ब्लॉग है।
अपने इस छोटे-से सफ़र में हमने दुनिया की कई भाषाओं की कहानियों का वाचन किया है। दुनिया...

अपने इस छोटे-से सफ़र में हमने दुनिया की कई भाषाओं की कहानियों का वाचन किया है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों की कहानियां। असल में हमारा प्रयास है कहानियों को सुनने की परंपरा को आगे बढ़ाना। ताकि अगर जिंदगी की भागदौड़ में आप पढ़ नहीं पा रहे हैं तो कम-से-कम सुन सकें। तरह तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट हैं, जिनमें आप कहानियों को साथ लेकर चल सकते हैं। सुन-सुना सकते हैं।
आज हम लेकर आए हैं वरिष्ठ लेखिका पद्मा सचदेव की कहानी--'कल कहां जाओगी'।
पद्मा जी किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। फिर भी आप उनके विशाल व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में यहां पढ़ सकते हैं। इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से तकरीबन बीस मिनिट ख़र्च करने होंगे। पर ये कहानी आपके भीतर कहीं ठहर जाएगी। आपको कुछ दे जाएगी।
आपकी प्रतिक्रियाओं का स्वागत। ये बताते चलें कि नीचे डाउनलोड लिंक दिए गए हैं।
आप कहानी को डाउनलोड करके अपने पास रख सकते हैं। और निजी रूप से या फिर सोशल और मोबाइल नेटवर्किंग पर शेयर कर सकते हैं।
Stroy: Kal Kahaan Jaogi
Writer: Padma Sachdev
Voice: Mamta Singh
Duration: 19:49
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ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र'
चंदन पांडे की कहानी 'मोहर'
कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'।
ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़'
कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
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कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
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शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
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गुलज़ार की कहानी 'तकसीम'
गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
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गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
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स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति'
हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन'
हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां'
दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
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ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
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जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
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सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
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