आज सुनिए हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध' (आवाज़ यूनुस ख़ान की)
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'कॉफी हाउस' में हम हर सप्ताह लेकर आते हैं आपके लिए एक कहानी का वाचन।
इस ब्लॉग पर हमने कुछ संस्मरणों का वाचन भी किया है। और आगे हम इस ब्लॉग का दायरा बढ़ाते रहेंगे।
आज हिंदी दिवस भी है। 'कॉफी-हाउस' पर तो हर दिवस 'हिंदी दिवस' ही है। क्योंकि हम विश्व साहित्य की विविध विधाओं का वाचन हिंदी में करते हैं। ग्यारह सितंबर को थी गजानन माधव मुक्तिबोध की पचासवीं पुण्यतिथि।
इसलिए हम उनकी याद में लेकर आये हैं एक अनूठी पेशकश। हरिशंकर परसाई ने मुक्तिबोध पर एक अदभुत संस्मरण लिखा है। हमने आपके लिए वही संस्मरण पढ़ा है। इसे सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से 23 मिनिट निकालने होंगे।
हमेशा की तरह आपको बता दें कि इसे आप सोशल नेटवर्किंग या इंटरनेट के दूसरे पड़ावों पर साझा भी कर सकते हैं।
Memoir: Muktibodh
Writer: Harishankar Parsai
Voice: Yunus Khan
Duration: 23 18
एक और प्लेयर ताकि सनद रहे।
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छोटी फाइल मध्यम क्वालिटी Download link 2
तो अब मिलेंगे अगले हफ्ते।
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इस ब्लॉग पर हमने कुछ संस्मरणों का वाचन भी किया है। और आगे हम इस ब्लॉग का दायरा बढ़ाते रहेंगे।
आज हिंदी दिवस भी है। 'कॉफी-हाउस' पर तो हर दिवस 'हिंदी दिवस' ही है। क्योंकि हम विश्व साहित्य की विविध विधाओं का वाचन हिंदी में करते हैं। ग्यारह सितंबर को थी गजानन माधव मुक्तिबोध की पचासवीं पुण्यतिथि।
इसलिए हम उनकी याद में लेकर आये हैं एक अनूठी पेशकश। हरिशंकर परसाई ने मुक्तिबोध पर एक अदभुत संस्मरण लिखा है। हमने आपके लिए वही संस्मरण पढ़ा है। इसे सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से 23 मिनिट निकालने होंगे।
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ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र'
चंदन पांडे की कहानी 'मोहर'
कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'।
ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़'
कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
चंदन पांडे की कहानी 'मोहर'
कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'।
ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़'
कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की'
गुलज़ार की कहानी 'तकसीम'
गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गुलज़ार की कहानी 'तकसीम'
गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति'
हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन'
हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां'
दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति'
हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन'
हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां'
दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
'कॉफी हाउस' में हम हर सप्ताह लेकर आते हैं आपके लिए एक कहानी का वाचन।
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आज हिंदी दिवस भी है। 'कॉफी-हाउस' पर तो हर दिवस 'हिंदी दिवस' ही है। क्योंकि हम विश्व साहित्य की विविध विधाओं का वाचन हिंदी में करते हैं। ग्यारह सितंबर को थी गजानन माधव मुक्तिबोध की पचासवीं पुण्यतिथि।
इसलिए हम उनकी याद में लेकर आये हैं एक अनूठी पेशकश। हरिशंकर परसाई ने मुक्तिबोध पर एक अदभुत संस्मरण लिखा है। हमने आपके लिए वही संस्मरण पढ़ा है। इसे सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से 23 मिनिट निकालने होंगे।
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इसलिए हम उनकी याद में लेकर आये हैं एक अनूठी पेशकश। हरिशंकर परसाई ने मुक्तिबोध पर एक अदभुत संस्मरण लिखा है। हमने आपके लिए वही संस्मरण पढ़ा है। इसे सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से 23 मिनिट निकालने होंगे।
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मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
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जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
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मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
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दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
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मरना कोई हार तो नहीं होती ...... भई वाह।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया जी, सुन कर अच्छा लगा। लोगों से साझा कर रहा। अपने विद्यार्थियों से भी साझा करूँगा।
जवाब देंहटाएंएक सार्थक व सराहनीय प्रयास।
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