जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत' (आवाज़ यूनुस ख़ान की)
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बीस मई को जाने-माने लेखक जगदंबा प्रसाद दीक्षित का निधन हो गया।
जगदंबा प्रसाद दीक्षित से मुंबई में बीच बीच में मिलना होता रहा। वे अपने उपन्यास 'मुर्दाघर' जाने जाते थे।
कई वर्षों तक वो फिल्मों में भी सक्रिय रहे। उन्होंने कलयुग, क्रिमिनल, नाजायज़, फिर तेरी कहानी याद आयी, सर और नाराज़ जैसी फिल्में लिखीं। मुर्दाघर के अलावा इतिवृत्त और और अकाल के उनके उपन्यास हैं।
बरसों पहले विविध-भारती के लिए उनके फिल्मी-लेखन पर बातचीत का सौभाग्य मिला था। प्रयास है कि ये बातचीत विविध भारती पर जल्दी ही फिर सुनवाई जाए। हम हिंदी के प्रोफ़ेसर और लेखक जगदंबा प्रसाद दीक्षित को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
'कॉफी-हाउस' पर आज हम लेकर आए हैं उनकी कहानी 'मुहब्बत'। अब तक कथा-वाचन के इस ब्लॉग पर हम लंबी कहानियां प्रस्तुत करने से बचते रहे हैं। क्योंकि ये माना जाता रहा है कि एक व्यस्त जिंदगी में पंद्रह बीस मिनिट की अवधि से ज्यादा किसी ऑडियो पर टिक पाना मुश्किल होगा। पर इससे पहले गीताश्री की कहानी 'लबरी' प्रस्तुुत करके हमने क़रीब बीस मिनिट वाले इस बंधन को तोड़ा था। लंबी कहानियों को दो हिस्सों लें लगाना हमें ठीक लगता है, ताकि सुविधा रहे।
एक बार फिर बता दें कि इन कहानियों को साझा किया जा सकता है। आप सोशल नेटवर्किंग से लेकर मेल तक और अपने गैजैट्स तक इसे साझा और डाउनलोड कर सकते हैं।
Stroy: Mohabbat
Writer: Jagdamba Prasad Dixit
Voice: Yunus Khan
Duration: 31:38 ( In Two parts of 17 and 14 minutes each)
पहला भाग
दूसरा भाग
एक और प्लेयर ताकि सनद रहे
पहला भाग
दूसरा भाग
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'कॉफी-हाउस' पर आपकी प्रतिक्रियाओं और सुझावों का स्वागत है।
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जगदंबा प्रसाद दीक्षित से मुंबई में बीच बीच में मिलना होता रहा। वे अपने उपन्यास 'मुर्दाघर' जाने जाते थे।
कई वर्षों तक वो फिल्मों में भी सक्रिय रहे। उन्होंने कलयुग, क्रिमिनल, नाजायज़, फिर तेरी कहानी याद आयी, सर और नाराज़ जैसी फिल्में लिखीं। मुर्दाघर के अलावा इतिवृत्त और और अकाल के उनके उपन्यास हैं।
बरसों पहले विविध-भारती के लिए उनके फिल्मी-लेखन पर बातचीत का सौभाग्य मिला था। प्रयास है कि ये बातचीत विविध भारती पर जल्दी ही फिर सुनवाई जाए। हम हिंदी के प्रोफ़ेसर और लेखक जगदंबा प्रसाद दीक्षित को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
'कॉफी-हाउस' पर आज हम लेकर आए हैं उनकी कहानी 'मुहब्बत'। अब तक कथा-वाचन के इस ब्लॉग पर हम लंबी कहानियां प्रस्तुत करने से बचते रहे हैं। क्योंकि ये माना जाता रहा है कि एक व्यस्त जिंदगी में पंद्रह बीस मिनिट की अवधि से ज्यादा किसी ऑडियो पर टिक पाना मुश्किल होगा। पर इससे पहले गीताश्री की कहानी 'लबरी' प्रस्तुुत करके हमने क़रीब बीस मिनिट वाले इस बंधन को तोड़ा था। लंबी कहानियों को दो हिस्सों लें लगाना हमें ठीक लगता है, ताकि सुविधा रहे।
एक बार फिर बता दें कि इन कहानियों को साझा किया जा सकता है। आप सोशल नेटवर्किंग से लेकर मेल तक और अपने गैजैट्स तक इसे साझा और डाउनलोड कर सकते हैं।
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ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर'
सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट'
एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल'
स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर'
जादू की कहानी 'बदमाश कौआ'
प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात''
रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'।
अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र'
चंदन पांडे की कहानी 'मोहर'
कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'।
ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़'
कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
चंदन पांडे की कहानी 'मोहर'
कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित'
विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत'
अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल'
उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'।
ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़'
कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की'
गुलज़ार की कहानी 'तकसीम'
गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गुलज़ार की कहानी 'तकसीम'
गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
बीस मई को जाने-माने लेखक जगदंबा प्रसाद दीक्षित का निधन हो गया।
जगदंबा प्रसाद दीक्षित से मुंबई में बीच बीच में मिलना होता रहा। वे अपने उपन्यास 'मुर्दाघर' जाने जाते थे।
कई वर्षों तक वो फिल्मों में भी सक्रिय रहे। उन्होंने कलयुग, क्रिमिनल, नाजायज़, फिर तेरी कहानी याद आयी, सर और नाराज़ जैसी फिल्में लिखीं। मुर्दाघर के अलावा इतिवृत्त और और अकाल के उनके उपन्यास हैं।
बरसों पहले विविध-भारती के लिए उनके फिल्मी-लेखन पर बातचीत का सौभाग्य मिला था। प्रयास है कि ये बातचीत विविध भारती पर जल्दी ही फिर सुनवाई जाए। हम हिंदी के प्रोफ़ेसर और लेखक जगदंबा प्रसाद दीक्षित को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
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कई वर्षों तक वो फिल्मों में भी सक्रिय रहे। उन्होंने कलयुग, क्रिमिनल, नाजायज़, फिर तेरी कहानी याद आयी, सर और नाराज़ जैसी फिल्में लिखीं। मुर्दाघर के अलावा इतिवृत्त और और अकाल के उनके उपन्यास हैं।
बरसों पहले विविध-भारती के लिए उनके फिल्मी-लेखन पर बातचीत का सौभाग्य मिला था। प्रयास है कि ये बातचीत विविध भारती पर जल्दी ही फिर सुनवाई जाए। हम हिंदी के प्रोफ़ेसर और लेखक जगदंबा प्रसाद दीक्षित को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
'कॉफी-हाउस' पर आज हम लेकर आए हैं उनकी कहानी 'मुहब्बत'। अब तक कथा-वाचन के इस ब्लॉग पर हम लंबी कहानियां प्रस्तुत करने से बचते रहे हैं। क्योंकि ये माना जाता रहा है कि एक व्यस्त जिंदगी में पंद्रह बीस मिनिट की अवधि से ज्यादा किसी ऑडियो पर टिक पाना मुश्किल होगा। पर इससे पहले गीताश्री की कहानी 'लबरी' प्रस्तुुत करके हमने क़रीब बीस मिनिट वाले इस बंधन को तोड़ा था। लंबी कहानियों को दो हिस्सों लें लगाना हमें ठीक लगता है, ताकि सुविधा रहे।
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एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’
ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब'
सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे'
अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
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ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’
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सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'
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अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना'
जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई'
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सर की यह पहली कहानी थी जिसे मैंने पढ़ा और उनसे बहुत प्रभावित हुई...साथ ही देह व्यापार करनेवालियों के प्रति सोच भी बदली।
जवाब देंहटाएंमैंने यह कहानी पहले पढ़ी नहीं थी। पहली बार यहाँ सुनी। बहुत ही प्रभावकारी कहानी लगी जगदम्बा जी की…आपका यह प्रयास बहुत ही अच्छा और सार्थक है। इसे यूं ही जारी रखें।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया युनुस भाई ! एक बेहतरीन कहानी का बेहतरीन पाठ !
जवाब देंहटाएंआज की ब्लॉग बुलेटिन विश्व तम्बाकू निषेध दिवस.... ब्लॉग बुलेटिन में आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ...
जवाब देंहटाएंसादर आभार !