कॉफी-हाऊस पर गूंजेंगी हर दौर की कहानियां। भागदौड़ के इस युग में इन कहानियों का ऑडियो डाउनलोड करके वितरित किया जा सकता है। ताकि आप गैजेट्स के ज़रिये इन कहानियों के साथ रहें।
यातना के क्षण मेरे अपने हैं, आज जब सब-कुछ पीछे छूट गया है
तो लगता है कि ये क्षण ही मेरे प्रिय क्षण हैं
और उनसे उपजी कहानियां ही प्रिय कहानियां......मन्नू भंडारी
अपनी पुरानी कहानियाँ पढ़ते हुए गहरा आश्चर्य होता है कि मैंने ही उन्हें कभी लिखा था। लगता है कि मैं किसी अजनबी लेखक की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ जिसे मैं पहले कभी जानता था।.....निर्मल वर्मा था।.....निर्मल वर्मा
'कॉफी हाउस' कहानियों के वाचन का ब्लॉग है।
हम हर सप्ताह कोशिश करते हैं एक नयी कहानी के साथ रविवार को आपसे मुखातिब हो सकें। इस रविवार हम लेकर आए हैं युवा कथाकार संदीप मील की कहानी--'बाक़ी मसले'
संदीप का पहला कहानी संग्रह 'दूजी मीरा' हाल ही में आया है।
इस छोटी सी कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से केवल चौदह मिनिट निकालने होंगे। कहानी सुनने के बाद अपनी राय ज़रूर भेजिए। ये हमारे लिए बहुत मायने रखता है।
कहानी को आप डाउनलोड भी कर सकते हैं और सोशल या मोबाइल नेटवर्किंग पर शेयर भी।
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अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह' जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत' मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की' मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'। संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस' शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी' नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला' पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां' ममता सिंह की कहानी 'धुंध' आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
काशीनाथ सिंह की कहानी 'तीन काल कथा'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य-'एक मध्यमवर्गीय कुत्ता' दीपक शर्मा की कहानी 'चमड़े का अहाता' विमलेश त्रिपाठी की कहानी 'पिता' रवींद्रनाथ टैगोर की कहानी 'काबुलीवाला' शिवानी का संस्मरण 'अरूंधती' जाफर मेहदी जाफरी की कहानी 'सफेद फूल'
हाल ही में हमारी प्रिय कथाकार मन्नू भंडारी को 'शब्द साधक शिखर सम्मान' दिये जाने की घोषण की गयी है। इस मौक़े पर बधाई सजित हम कॉफी हाउस में लेकर आए हैं उनकी मशहूर कहानी 'सयानी बुआ'।
मन्नू जी के मुताबिक़ ये उनके बहुत शुरूआती दौर की कहानी है।
मन्नू जी हमेशा से ही हमारी और आपकी प्रिय रचनाकार रही हैं। हमें विश्वास है कि उनकी कहानी को पढ़ने की बजाय सुनने का ये अनुभव आपके लिए दिलचस्प होगा।
इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपनी दिनचर्या से ग्यारह मिनिट सत्ताईस सेकेन्ड निकालने होंगे।
चित्र साभार- विकीमीडिया
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सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
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ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां'
ममता सिंह की कहानी 'धुंध'
आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
काशीनाथ सिंह की कहानी 'तीन काल कथा'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य-'एक मध्यमवर्गीय कुत्ता'
दीपक शर्मा की कहानी 'चमड़े का अहाता'
विमलेश त्रिपाठी की कहानी 'पिता' रवींद्रनाथ टैगोर की कहानी 'काबुलीवाला' शिवानी का संस्मरण 'अरूंधती' जाफर मेहदी जाफरी की कहानी 'सफेद फूल'
'कॉफ़ी हाउस' कहानियों के वाचन का ब्लॉग है। हम हर रविवार आने का प्रयास करते हैं किसी एक कहानी के साथ। ताकि कहानियां सुनने की परंपरा को आगे बढ़ाया जा सके।
आज हम आपके लिए लेकर आए हैं जाफ़र मेहदी जाफ़री की कहानी 'सफेद फूल'।
जाफ़र का इसी नाम से कहानी संग्रह आ चुका है।
इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से केवल चौदह मिनिट निकालने होंगे। कहानी को डाउनलोड करके साझा भी किया जा सकता है।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां'
ममता सिंह की कहानी 'धुंध'
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काशीनाथ सिंह की कहानी 'तीन काल कथा'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य-'एक मध्यमवर्गीय कुत्ता'
दीपक शर्मा की कहानी 'चमड़े का अहाता'
विमलेश त्रिपाठी की कहानी 'पिता' रवींद्रनाथ टैगोर की कहानी 'काबुलीवाला' शिवानी का संस्मरण 'अरूंधती'
'कॉफी हाउस' कहानियों के वाचन का ब्लॉग है।
पर मोटे तौर पर हम कहानियों के अलावा, व्यंग्य और संस्मरणों का भी वाचन करते रहे हैं।
आगे हमारी योजना कविताओं और लेखों तक अपना दायरा बढ़ाने की है।
मक़सद यही है कि छपे हुए शब्दों को बोले हुए शब्दों में बदलकर उनका विस्तार किया जाए।
ताकि ये चीज़ें भूगोल की किसी भी सरहद के पार जाकर सबको आनंद दे सकें। सब तक पहुंचें।
इसके अलावा भागते-दौड़ते इस समय में हम सब चलते फिरते भी इन्हें सुन सकें।
यानी पढ़ने की मोहलत ना मिलने का बहाना ना चल सके।
बहरहाल...'कॉफी हाउस' के तकरीबन डेढ़ पौने दो साल के सफ़र में अभी तक हमने गौरा पंत यानी शिवानी
की कोई रचना नहीं पढ़ी थी। सोचा शुरूआत कर ही रहे हैं तो किसी अनूठी रचना से की जाए। ये गौरा पंत 'शिवानी' का लिखा एक संस्मरण है, जो केंद्रित है बांग्ला अभिनेत्री और निर्देशिका अरूंधती देवी या अरूंधती मुखर्जी पर। शांति-निकेतन के दौर में वो शिवानी की सहपाठी रही थीं। दाहिनी ओर हमने शिवानी की जो तस्वीर ली है वो वेबसाइट 'कल्पना' के इस पेज से साभार है।
इस संस्मरण में शिवानी की बेहद अनूठी भाषा और स्मृतियों की मार्मिकता देर तक आपके ज़ेहन में गूंजती रहेगी। ये भी बताते चलें कि इसे सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से ज़्यादा नहीं बल्कि केवल 11 मिनिट निकालने होंगे। हमेशा की तरह ये ऑडियो फ़ाइल भी डाउनलोड की जा सकती है। और इसे अपने मित्रों या आत्मीयों तक पहुंचाया जा सकता है। 'कॉफी हाउस' के कारवां में अपने मित्रों-आत्मीयों को भी शामिल करें। वो भी इसे सुनें और संगृहीत करें। नयी पीढ़ी तक पहुंचाएं-- हमारी बस इतनी इल्तिजा है।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
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एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह' जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत' मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की' मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
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कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'। संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस' शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी' नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
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रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला' पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां' ममता सिंह की कहानी 'धुंध' आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
काशीनाथ सिंह की कहानी 'तीन काल कथा'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य-'एक मध्यमवर्गीय कुत्ता' दीपक शर्मा की कहानी 'चमड़े का अहाता' विमलेश त्रिपाठी की कहानी 'पिता'
'कॉफी हाउस' कथा-वाचन का ब्लॉग है।
हम हर रविवार एक कहानी लेकर हाजिर होते हैं।
ये सिलसिला कमोबेश लगातार चलता रहा है। और आज हम आपके लिए लेकर आये हैं रवींद्रनाथ टैगोर की एक कालजयी कहानी 'काबुलीवाला'।
'काबुलीवाला' बहुत पढ़ी और सुनी गयी कहानी है। इस पर फिल्म भी बन चुकी है।
कई पीढियों ने इसे अपने पाठ्यक्रम में पढ़ा है।
उम्मीद है कि 'काबुलीवाला' का ये वाचन आपको बचपन की याद दिलायेगा।
और नयी पीढ़ी भी इसी बहाने इससे परिचित हो सकेगी।
यहां ये कहना ज़रूरी है कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप कभी भी कहीं भी डाउनलोड करके साझा कर सकते हैं। सोशल नेटवर्किंग पर भी। और मोबाइल नेटवर्किंग पर भी।
इसके अलावा एक सुंदर विचार ये भी कि इन कहानियों को किसी सीडी पर एक साथ संग्रहीत करके अपने आत्मीयों को उपहार में दी जा सकती है।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह'
जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत'
मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की'
मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'।
संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस'
शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी'
नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला'
पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां'
ममता सिंह की कहानी 'धुंध'
आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
काशीनाथ सिंह की कहानी 'तीन काल कथा'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य-'एक मध्यमवर्गीय कुत्ता'
दीपक शर्मा की कहानी 'चमड़े का अहाता'
विमलेश त्रिपाठी की कहानी 'पिता'
'कॉफ़ी-हाउस' में साल 2015 की ये पहली पोस्ट है।
अनेक कारणों से पहली बार ब्लॉग पर तीन सप्ताह का अंतराल आया। इसकी बड़ी वजह थी कनेक्टिविटी।
बहरहाल... हमारा प्रयास है कि 'कॉफी-हाउस' पर ऑडियो लगातार आते रहें। बिना किसी अंतराल के।
आज हम लेकर आये हैं युवा कवि और कथाकार विमलेश त्रिपाठी की कहानी 'पिता'।
विमलेश के कविता संग्रह हैं--'हम बचे रहेंगे' और 'एक देश और मरे हुए लोग'। 'अधूरे अंत की शुरूआत' कथा-संग्रह है। और 'कैनवस पर प्रेम' उपन्या
स है।
इस कहानी को सुनने के लिए आपको अपने व्यस्त जीवन में से सिर्फ क़रीब साढ़े नौ मिनिट निकालने होंगे।
ये भी कह दें कि 'कॉफी-हाउस' की कहानियों को आप डाउनलोड करके अपने मित्रों-आत्मीयों के साथ बांट सकते हैं। साझा कर सकते हैं। कोई समस्या है तो ये ट्यूटोरियल पढ़ें।
अब तक की कहानियों की सूची-
महादेवी वर्मा की रचना--'गिल्लू'
भीष्म साहनी की कहानी--'चीफ़ की दावत'
मन्नू भंडारी की कहानी-'सयानी बुआ'
एंतोन चेखव की कहानी- 'एक छोटा-सा मज़ाक़'
सियाराम शरण गुप्त की कहानी-- 'काकी'
हरिशंकर परसाई की रचना--'चिरऊ महाराज'
सुधा अरोड़ा की कहानी--'एक औरत तीन बटा चार'
सत्यजीत रे की कहानी--'सहपाठी'
जयशंकर प्रसाद की कहानी--'ममता'
दो बाल कहानियां--बड़े भैया के स्वर में
उषा प्रियंवदा की कहानी ‘वापसी’
अमरकांत की कहानी 'दोपहर का भोजन'
ओ. हेनरी की कहानी 'आखिरी पत्ता'
लू शुन की कहानी ‘आखिरी बातचीत'
प्रत्यक्षा की कहानी 'बलमवा तुम क्या जानो प्रीत'
अज्ञेय की कहानी 'गैंगरीन'
महादेवी वर्मा का संस्मरण 'सोना हिरणा'
ओमा शर्मा की कहानी ‘ग्लोबलाइज़ेशन’ ममता कालिया की कहानी ‘लैला मजनूं’ प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर' कुमार अंबुज की कहानी 'एक दिन मन्ना डे' अमृता प्रीतम की कहानी- 'एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना' जादू की सुनाई पापा की कहानी 'बादल भाई' उदय प्रकाश की कहानी-'नेलकटर' सूर्यबाला की कहानी 'दादी और रिमोट' एस. आर. हरनोट की कहानी 'मोबाइल' स्वयं प्रकाश की कहानी 'नीलकांत का सफर' जादू की कहानी 'बदमाश कौआ' प्रेमचंद गांधी की कहानी--'31 दिसंबर की रात'' रवींद्र कालिया की कहानी- 'गोरैया'। अरविंद की कहानी 'रेडियो'
लक्ष्मी शर्मा की कहानी 'बातें'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' चंदन पांडे की कहानी 'मोहर' कैलाश वानखेड़े की कहानी 'सत्यापित' विभा रानी की कहानी 'मोहन जोदाड़ो की नंगी मूरत' अमरकांत की कहानी 'पलाश के फूल' उपेंद्रनाथ अश्क की कहानी 'डाची'। ज्ञानरंजन की कहानी 'अमरूद का पेड़' कुर्रतुल-ऐन-हैदर की कहानी- 'फोटोग्राफर'
शशिभूषण द्विवेदी की कहानी --'छुट्टी का दिन'
मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी 'मौसम के मकान सूने हैं'
प्रभात रंजन की कहानी -'पत्र लेखक, साहित्य और खिड़की' गुलज़ार की कहानी 'तकसीम' गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की दो कहानियां 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' और 'ऐसे ही किसी दिन'
गीताश्री की कहानी ''लबरी'
हृदयेश की कहानी 'तोते'
मधु अरोड़ा की कहानी 'मुक्ति'
तरूण भटनागर की कहानी 'ढिबरियों की क़ब्रगाह' जगदंबा प्रसाद दीक्षित की कहानी 'मुहब्बत' मंटो की कहानी 'टोबा टेकसिंह'
स्वाति तिवारी की कहानी 'बूंद गुलाब जल की' मन्नू भंडारी की कहानी 'मुक्ति' हरि भटनागर की कहानी 'ग्रामोफ़ोन' हुस्न तबस्सुम निहां की कहानी 'नीले पंखों वाली लड़कियां' दुष्यंत की कहानी 'यार तुम भी बस'
ग़ज़ाल ज़ैगम की कहानी 'नमस्ते बुआ'
कविता राकेश की कहानी 'ज़ायका'। संजय बोरूंडे की कहानी 'कुंआं'
प्रेम भारद्वाज की कहानी 'प्लीज़ किल मी मम्मी'
जयश्री राय की कहानी 'छुट्टी का दिन'
रघुनंदन त्रिवेदी की कहानी 'सिफैलोटस' शानी की कहानी 'जली हुई रस्सी' नन्हे जादू की आवाज़ में कहानी 'लापरवाह पिंटू'
सत्यनारायण पटेल की कहानी 'पर पाज़ेब ना भीगे'
हरिशंकर परसाई का संस्मरण 'मुक्तिबोध'
गोविंद मिश्र की कहानी 'माइकल लोबो'
श्रीकांत दुबे की कहानी 'दहन'
वंदना शुक्ल की कहानी 'ईद मुबारक'
राकेश बिहारी की कहानी 'किनारे से दूर'
रमेश उपाध्याय की कहानी 'रूदाला' पद्मा सचदेव की कहानी 'कल कहां जाओगी'
किशोर चौधरी की कहानी 'चौराहे पर सीढियां' ममता सिंह की कहानी 'धुंध' आलोक श्रीवास्तव की कहानी 'आफ़रीन'
काशीनाथ सिंह की कहानी 'तीन काल कथा'
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य-'एक मध्यमवर्गीय कुत्ता' दीपक शर्मा की कहानी 'चमड़े का अहाता'
रेडियोसखी ममता सिंह. विविध-भारती सेवा में उद्घोषिका एवं पत्रकार। विभिन्न पत्रिकाओं में कहानियां प्रकाशित। कहानी संग्रह 'राग मारवा' हाल ही में राजपाल प्रकाशन से आया है।
यूनुस ख़ान. उद्घोषक। संगीत पर केंद्रित ब्लॉग रेडियोवाणी और रेडियो पर केंद्रित ब्लॉग रेडियोनामा।
जादू. जादू का पिटारा। मां-पापा की आंखों का तारा। उम्र खेलने-कूदने की। शग़ल कहानी कहने का।